गोलगप्पे जिसे अलग अलग जगह अलग अलग नामों से जाना जाता है। इसे कहीं पुचके, कहीं पानीपुरी, कहीं बताश, कहीं गुपचुप, कहीं पकौड़ी, कहीं गोलगप्पे आदि नाम से जाने जाते हैं। गोलगप्पा का नाम सुनते ही एक खट्टे मीठे पानी से भरा, तीखा, हरी धनिया का स्वाद मुंह में घुलने लगता है। गोलगप्पे किसे ना पसंद हो, खासकर लड़कियों को...
एक गोलगप्पे ही तो हैं जिसके लिए लड़कियों को अपने डायटिंग करने का ध्यान नहीं रहता, जितना मन उतना 😜😀😀 मुझे भी बहुत पसंद हैं मेरे बच्चों को भी हम लोग तो जब मन होता घर में बना कर खा लेते... लेकिन जो स्वाद गोलगप्पे वाले भैया😜 के हाथों में होता वो बात कहां...एक दिन मन में सवाल आया ओह इतना चटपटा गोलगप्पे आखिर किसने बनाना शुरू किया...बस खोज में जो मिला वो आपके लिए लाएं हैं आप भी जानिए गोलगप्पे का इतिहास..........
चटपटे गोलगप्पे की कहानी जानते हैं, इसका इतिहास क्या है....
चटपटे गोलगप्पे का इतिहास महाभारत काल से जुड़ा है।एक कथा के अनुसार कहा जाता है कि द्रोपदी की शादी जब पांडव से हुई उस समय वो लोग अपनी पहचान छुपा कर जंगल में रहा करते थे। पांडव जब द्रोपदी को घर लाए तो माता कुंती ने उनकी गृहस्थी देखने के लिए कहा - ये भीक्षा मांग कर आटा और आलू मिला है कुछ ऐसा बनाओ कि इसी में सबका पेट भर जाए..तेल मसाले थे ही द्रोपदी ने गोलगप्पे बनाए जिससे सभी पांडवों का पेट भर गया। इससे प्रसन्न हो माता कुंती ने उन्हें अमरता का वरदान दिया।
दुसरी कहानी के अनुसार , कुछ इतिहासकारों का मानना है कि भारत में गोलगप्पे का आविष्कार बिहार में हुआ, ग्रीक इतिहासकार मेगस्थनीज, चीनी यात्री ह्वेनसांग ने अपने किताब में लिखा है। यहां आलू और मिर्च 300-400 साल पहले आए थे तो राज कचौरी का आविष्कार इसी आसपास हुआ हो सकता वही फुल्की कभी छोटी बन गई हो किसी ने ऐसे इमली, खटाई डाल खाई तो फुल्का बना।
अब कहानी जो भी हो जिसने भी बनाया।चटपटे व्यंजन में गोलगप्पे को सबसे अपर लेवल का व्यंजन माना जाना चाहिए। क्या तीखापन, खट्टापन, करारा जैसे मुंह में जाता ओ हो हो आंख बंद हो जाता लगता ओह यही स्वर्ग है। ये पढ़ कर मुंह में पानी तो जरूर आया होगा आप भी कमेंट कर अवश्य बताएं कि आपको गोलगप्पे कितने पसंद है..आपके शहर के सबसे अच्छे गोलगप्पे कहां मिलते हैं।
गोलगप्पे बनाने आसान विधि - सबसे पहले आलू उबालकर,छील कर रखें। कच्चे चने रात भर पानी में भिगो कर एक दिन पहले रख लें। इमली 4-5 घंटे के लिए पानी में भिगो कर रखें। इमली को अब मैश कर उसका पानी गुदा एक साथ बीज फेंक दें। थोड़ा इमली पानी अलग रखें। अब कढ़ाई में एक चम्मच तेल गरम कर सुखा मिर्च और जीरा का तड़का लगा इमली पानी गिरा दें जब एक उबाल आ जाए तो चीनी स्वाद अनुसार मिला लें।
फिर आलू में नमक, जीरा, धनिया, मिर्च, गरम मसाला,गोलकी पाउडर, लाल मिर्च आग में पकाकर डालें, थोड़ा सरसों तेल और थोड़ा इमली का बचा पानी मिला सबको मैश कर लें। अब पानी के लिए एक बड़े बर्तन में पानी लें उसमें जलजीरा पाउडर, धनिया चटनी थोड़ा सा, इमली पानी जो बचा अब सब इसमें, मिर्च पाउडर, आमचूर पाउडर, काला नमक, सफेद नमक सब मिला लें अच्छी तरह से। धनिया चटनी में ही अदरक और हरी मिर्च पीसकर मिला लें। एकदम तीखा, खट्टा पानी तैयार, चोखा तैयार...गोल गप्पे के पापड़ आसानी से बाजार में मिल जाते उसको छान कर चटपटे गोलगप्पे के मजे लें....
अब गोलगप्पे का पापड़ लें, उसमें छेद करें, आलू मिक्स, इमली चटनी, दही, सेव सब भर कर पानी भर कर मुंह में रखें... बताएं है ना...